Published By : Pravesh Gautam
Dec 28,2018 | 08:00:00 pm IST | 11822
द करंट स्टोरी। नई दिल्ली। द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' में मनमोहन सिंह का किरदार निभा रहे अनुपम खेर का कहना है कि फिल्म का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है। फिल्म का जितना विरोध होगा, उतनी ही फिल्म को पब्लिसिटी मिलेगी। फिल्म की कहानी जिस किताब पर आधारित है, वो 2014 में आई थी। तब कोई विरोध क्यों नहीं किया गया?' उन्होंने कहा, 'हाल ही में राहुल गांधी जी का ट्वीट पढ़ा था, जिसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उन्होंने बोला था। इसलिए मुझे लगता है कि राहुल गांधी को अब फिल्म का विरोध कर रहे, लोगों को डांटना चाहिए क्योंकि वे गलत कर रहे हैं।'
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जिंदगी पर बनी फिल्म The accidental prime minister का ट्रेलर सामने आने के बाद से ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल पर बनी इस फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद भाजपा ने इसे अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया जिसे लेकर कांग्रेस ने विरोध किया है। वहीं कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह में पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री ने भी इस पर चुप्पी साध ली।
खबरों के अनुसार फिल्म का ट्रेलर जारी होने के साथ ही विवाद खड़ा होने लगा है। महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने इस फिल्म के निर्माता को पत्र लिखा है और रिलीज से पहले उन्हें फिल्म दिखाने की मांग की है। लेकिन जब इस बारे में खुद डॉ. मनमोहन सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इस फिल्म 'The Accidental Prime Minister' के ट्रेलर पर चुप हैं तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे का कहना है कि 'फिल्म से विवादित सीन को हटाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो यूथ कांग्रेस देश में कहीं भी फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देगी।'
भाजपा के ट्विटर अकाउंट पर ट्रेलर शेयर किए जाने के बाद 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' में मनमोहन सिंह का किरदार निभा रहे अनुपम खेर का कहना है कि फिल्म का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, 'देखिए, 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का जितना विरोध होगा, उतनी ही फिल्म को पब्लिसिटी मिलेगी। फिल्म की कहानी जिस किताब पर आधारित है, वो 2014 में आई थी। तब कोई विरोध क्यों नहीं किया गया।'
सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का ट्रेलर भाजपा के हैंडल से पोस्ट किए जाने के सवाल पर कहा, "क्या हम किसी फिल्म को बधाई शुभकामनाएं नहीं दे सकते अपनी इच्छा जाहिर नहीं कर सकते...? कांग्रेस स्वतंत्रता की पक्षकार रही है, तो अब वो उसी स्वतंत्रता पर सवाल क्यों उठा रही है...?'
कांग्रेस सांसद पीएल पूनिया ने फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के ट्रेलर को भाजपा के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए जाने के सवाल पर कहा, 'यह भारतीय जनता पार्टी का खेल है। भाजपा जानती हैं कि उनके कार्यकाल के पांच साल खत्म होने को हैं और जनता को दिखाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है, इसलिए वे ध्यान बंटाने के लिए ऐसी तरकीब अपना रहे हैं। लेकिन कुछ हल होने वाला नहीं है।'
भाजपा ने 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का ट्रेलर ट्वीट कर लिखा, 'इस फिल्म की कहानी बताती है कि कैसे एक परिवार ने दस सालों तक देश को बंधक बनाकर रखा था। क्या डॉक्टर मनमोहन सिंह सिर्फ इसलिए तब तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे, जब तक उनका राजनीतिक उतराधिकारी तैयार न हो जाए? देखें इनसाइडर्स अकाउंट पर आधारित द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर, जो 11 जनवरी को रिलीज हो रही है।'
इधर, कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी मुख्यालय पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने केक काटा। यहां जब मनमोहन सिंह से 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के ट्रेलर पर टिप्पणी मांगी गई, तब उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। एक बार फिर मौन रहकर उन्होंने बहुत कुछ कह दिया। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' रिलीज हो रही है। ऐसे में फिल्म की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
ज्ञात हो कि यह फिल्म पत्रकार संजय बारू की किताब 'The Accidental Prime Minister' पर आधारित है। संजय बारू 10 साल तक UPA कार्यकाल में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार भी रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर को देखकर स्पष्ट होता है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पूरी सरकार पर कंट्रोल नहीं था। यह ट्रेलर में दिखाए गए एक डॉयलॉग सीन से भी स्पष्ट होता है। जिसमें संजय बारू एक कांग्रेस नेता से कहते हैं कि मैं प्रधानमंत्री के लिए काम करता हूं पार्टी के लिए नहीं। इस पर कांग्रेस नेता कहते हैं में लेकिन प्रधानमंत्री तो पार्टी के लिए काम करते हैं।
फिल्म के ट्रेलर स्पष्ट दिखता है कि अमेरिका के साथ परमाणु करार (Nuclear Deal) के मुद्दे पर डॉ. मनमोहन सिंह और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मतभेद था। ट्रेलर में यह भी दिखता है कि डॉ. मनमोहन सिंह पीएम पद से इस्तीफा देना चाहते थे, लेकिन सोनिया गांधी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था। डॉ. सिंह के इस्तीफे की पेशकश पर सोनिया गांधी कहती हैं, जब एक के एक बाद घोटाले सामने आ रहे हैं तो ऐसे में राहुल गांधी को कैसे जिम्मेदारी दी जा सकती है।
ट्रेलर के एक सीन में डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी यह भी कहती हुई सुनाई देती हैं कि आखिर पार्टी कब तक इन्हें (मनमोहन सिंह) को बदनाम कराएगी, आप कुछ कहते क्यों नहीं।